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Monday 17 October 2016

2016 में होने वाली आईबीपीएस पीओ की परीक्षा में अच्छे नंबर लाने की तकनीक

अक्टूबर / नवंबर 2016 में आईबीपीएस पीओ की परीक्षा होने वाली है और लाखों उम्मीदवार देश के सार्वजनिक क्षेत्र के इन बैंकों में जॉब पाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। एक बार जब आप परीक्षा पास कर लेते हैं, तब आप इन बैंकों में से किसी एक में एक परिवीक्षाधीन अधिकारी नियुक्त किये जाते हैं और इसके बाद आपको सामाजिक और आर्थिक दोनों प्रकार के लाभ मिलने लगते हैं। इसलिए सबसे पहले यह जरूरी है कि इस महत्वपूर्ण परीक्षा में आप कैसे अधिकतम नंबर ला सकते हैं जिससे आप अपने प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ सकें। इस आर्टिकल में हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि कैसे हम इन तरीकों को अप्लाई करके बेहतर परिणाम ला सकते हैं।
आईबीपीएस पीओ 2016: अंतिम चयन के लिए सुझावों का विवरण इस प्रकार है-
खैर, हम सभी जानते हैं कि नौकरी पाने के लिए प्रतिस्पर्धा बहुत अधिक है और हर कोई एक नौकरी की तलाश में है। एक तरफ बड़ी संख्या में ज्यादा लोगों को जॉब मिलेगी तो दूसरी तरफ बड़ी संख्या में उम्मीदवारों को दुबारा फिर से भी मेहनत करनी पड़ेगी। इसलिए अंतिम चयन की सूची में शामिल होने के लिए एक ही रास्ता है, वो है ज्यादा से ज्यादा नंबर हासिल करना। तो, यह कैसे होगा? आइए जानते हैं इन्ही उपायों के बारें में-
पैटर्न (पाठ्यक्रम) को समझें: मुख्य परीक्षा (मेंस) में जाने के लिए आपको सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण होना पड़ेगा और अंत तक अधिक नंबर लाने पड़ेंगे । परीक्षा की पूरी योजना को क्रमबद्ध तरीके से  बनाना होगा। आपको यह जानना जरूरी है कि प्रारम्भिक परीक्षा में सफल होने पर मुख्य परीक्षा के नंबर अंतिम चयन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। 
सलेक्शन कट ऑफ : इस परीक्षा में कई उम्मीदवारों का चयन नहीं हो पाता है, इसलिए इस बात को समझना भी जरूरी है कि कोई भी इंसान परीक्षा के हर सेक्शन में चैंपियन नहीं होता।एक बैंकिंग की नौकरी वाली परीक्षा में सभी विषयों पर बराबर पकड़ होना जरूरी होता है। यदि आपको लगता है कि आप एक या दो सेक्शन में सहज महसूस नहीं कर पा रहे हैं, तो ऐसे सेक्शन के लिए आप कोशिश करें कि उनमें आप कम से कम ठीक ठाक नबंर ला सकें। अन्यथा आप अन्य सेक्शन में भले ही अधिक नंबर ले आएं लेकिन आप दौड़ से पूरी तरह बाहर हो सकते हैं।
पहलुओं को याद रखना जरूरी है: जब आप प्रारंभिक परीक्षा दे रहे होते हैं दिमाग में इस बात को रख लें कि न्यूनतम कट ऑफ नंबर भी आपके अंतिम चयन के अवसरों को प्रभावित नहीं करता है, इसलिए, कोई जोखिम ना लें। लेकिन मेंस (मुख्य परीक्षा) में आपका एकमात्र लक्ष्य अधिक से अधिक नंबर पाना होना चाहिए जिससे यदि आपका इंटरव्यू औसत भी रहता है तो आपके पास फिर भी सलेक्शन का चांस रहेगा।  पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को देखें और उनसे अभ्यास करें जिससे आप अपने कमजोर और मजबूत क्षेत्रों को अच्छी तरह से जान सकेंगे और फिर उस हिसाब से तैयारी कर पायेंगे।
प्रत्येक सेक्शन के सवालों का ब्रेक-अप: यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि आपको इसी के अनुसार सिलेबस कवर करने की जरूरत होती है। आप एक तरह के सवालों में कमजोर हो सकते हैं और ऐसा अक्सर परीक्षा के समय होता है। ऐसे में आपको अधिक से अधिक अभ्यास (प्रैक्टिस) करना होगा अभ्यास द्वारा ही आप हर सेक्शन में अच्छे नंबर ला सकते हैं। जो विषय अत्यंत महत्वपूर्ण है उसके लिए आपको अपनी तैयारी के दिनों में और गहन अभ्यास करना जरूरी है।
निगेटिव मार्किंग के चलते नंबर कम हो सकते है: जी हाँ, यह एक ऐसा पहलू है जिस पर ध्यान रखना जरूरी है, विशेष रूप से फ्रेशर्स के लिए। यदि आप किसी प्रश्नों के उत्तर को लेकर निश्चित नहीं हैं तो उन्हें करने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए। परीक्षा हॉल में यह भले ही सही लगे, लेकिन जैसे ही आप एग्जाम देकर बाहर आते हैं तो कई प्रश्नों के उत्तर गलत निकलते हैं और यहीं से नकारात्मक नंबर (नेगेटिव मार्किंग) शुरू होती है। इसलिए परीक्षा के दौरान ऐसे प्रश्नों का उत्तर देने से बचें।
पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को देखें: यह बेहद जरूरी है, क्योंकि इसी से आपको पता चलता है कि परीक्षा में किस तरह के प्रश्न आते हैं। पुराने वर्ष के प्रश्न पत्रों से अच्छा आईडिया और कहां से मिल सकता है? हालांकि, पैटर्न बदल रहा है और अधिसूचना में कोई आधिकारिक पैटर्न का उल्लेख नहीं किया गया  है। इसलिए आप पिछले साल के प्रश्न पत्रों पर बहुत ज्यादा भरोसा नहीं करें ।
अभ्यास ही आपको परफेक्ट बनाता है: यह बात हर क्षेत्र में लागू होती है और आईबीपीएस पीओ इससे अछूता नहीं रहा है। आपको अपने साथी उम्मीदवारों से आगे निकलने के लिए एक रास्ता चुनना होगा और वह है- अभ्यास। आप जितना अधिक अभ्यास करोगे उतनी सफलता आपके नजदीक होगी। लेकिन ध्यान देने योग्य बात यह है कि आप उन्हीं प्रश्नों का अभ्यास करें जो परीक्षा में आ सकते हैं, ना कि उन प्रश्नों का जो आपके दिमाग में अचानक आते हैं।
मॉक टेस्ट अच्छा है लेकिन अंतिम परिणाम  नही है: कुछ लोग मॉक टेस्ट स्कोर में बहुत ज्यादा विश्वास करते हैं और असल परीक्षा से पहले ही संतुष्ट हो जाते हैं। आपको यह बात समझनी जरूरी है कि यदि आप इन टेस्ट में सफल हो सकते हैं तो जरूरी नहीं है कि आईबीपीएस में भी सफल हो जाएंगे। मॉक टेस्ट का अभ्यास अच्छा है लेकिन यह उम्मीदवार में केवल एक विश्वास जगाने का काम करता है।
आईबीपीएस पीओ देश की सबसे लोकप्रिय परीक्षाओं में से एक है और हर साल इसमें बड़ी संख्या में उम्मीदवार परीक्षा देते हैं। इससे आप परीक्षा की प्रतिस्पर्धा के स्तर का खुद अंदाजा लगा सकते हैं। इसलिए परीक्षा हॉल में जाने से पहले आप उसी के अनुसार अपनी तैयारी पर ध्यान केंद्रित करें। आप में कुछ दिग्गज होंगे लेकिन कुछ फ्रेशर भी होंगे। एक बात हमेशा दिमाग में रखें कि परीक्षा में नंबर लाने के लिए मानदंड दोनों के लिए एक ही हैं। इन सुझावों का पालन करें और जितना संभव हो सके उतना नंबर लाएं।
सभी को शुभकामनाएं !!

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