विश्व बैंक की ईकाई अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संगठन द्वारा 25 अक्टूबर 2016 को जारी रिपोर्ट के अनुसार व्यापार करने की दृष्टि से भारत 130वें पायदान पर है. वर्ष 2015 में भारत का स्थान 131 था.
इस सर्वेक्षण में 190 देशों ने भाग लिया था जिसमें भारत की स्थिति में विशेष सुधार दर्ज नहीं हुआ. सर्वेक्षण में रैंकिंग के लिए विभिन्न मानदंडों का उपयोग किया गया था. विश्व बैंक द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार भारत ने लोन लेने, निर्माण की आज्ञा लेने आदि में कोई सुधार नहीं किया.
देश ने निर्माण परमिट, कर्ज हासिल करने और अन्य मानदंडों के मामले नाम मात्र या कोई सुधार नहीं किया है. इस सूची में न्यूजीलैंड कप प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है जबकि पाकिस्तान 144वें स्थान पर है. इस सूची में भारत को 55.27 अंक मिले जबकि पिछले वर्ष यह 53.93 अंक थे.
विश्व बैंक की रिपोर्ट पर केंद्र सरकार ने निराशा जताते हुए कहा कि रैंकिंग में कोई सुधार नहीं होने में विश्व बैंक द्वारा उन 12 सुधारों पर विचार नहीं किया गया जिन पर सरकार काम कर रही है.
विभिन्न मानदंडों में भारत की रैंकिंग
1. व्यापार करने में आसानी में - 130
2. व्यापार आरंभ करने में - 139
3. निर्माण अनुमति में - 135
4. विद्युत सुविधा प्राप्त करने में - 122
5. प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री में - 103
6. लोन प्राप्त करने में - 118
7. अल्पसंख्यक निवेशकों के हितों में - 145
8. कर चुकाने में - 67
9. सीमापार व्यापार में - 134
10. कॉन्ट्रैक्ट्स पर अमल में - 127
11. इनसॉल्वेंसी को सही करने में – 14
सूची के टॉप-10 देश
1. न्यूज़ीलैंड
2. सिंगापुर
3. डेनमार्क
4. हांगकांग
5. दक्षिण कोरिया
6. नॉर्वे
7. इंग्लैंड
8. अमेरिका
9. स्वीडन
10. मैसिडोनिया
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