Business

LightBlog

Breaking

LightBlog

Tuesday 6 December 2016

भारत और वियतनाम के मध्य समझौते पर हस्ताक्षर किए गए

भारत और वियतनाम के मध्य समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. समझौते के तहत भारत अगले साल से वियतनाम के फाइटर पायलट्स को सुखोई-30 एमकेआई विमान उड़ाना सिखाएगा. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और वियतनामी रक्षा मंत्री जनरल एनगो जुआन लिच ने समझौते पर हस्‍ताक्षर किए.
वियतनामी फाइटर पायलट्स को ट्रेनिंग देने का समझौता 2013 में ही हो गया था. कुछ वित्‍तीय और माल ढुलाई की परेशानियों के कारण इसे अंतिम रूप नहीं दिया जा सका. लिच तीन दिवसीय दौरे पर भारत आए हुए हैं, उनके साथ 30 सदस्‍यीय मिलिट्री प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है. उनके एयरफोर्स और नेवी चीफ भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्‍सा हैं.
पिछले साल सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वियतनाम यात्रा के दौरान दोनों देशों की द्विपक्षीय ‘रणनीतिक भागीदारी’ को और ‘बढ़ाने’ पर फैसला किया गया. भारत पिछले तीन साल से वियतनाम के नाविकों को किलो-क्‍लास पनडुब्बियों के ऑनबोर्ड ऑपरेशंस सिखाता आ रहा है.

समझौते का उद्देश्य-
  • इसके पीछे भारत का उद्देश्य एशिया में चीन को चुनौती देना है.
  • दोनों देश रक्षा तकनीक और मिलिट्री ट्रेनिंग में धीरे-धीरे सहयोग बढ़ा रहे हैं.
  • दोनों देशों विवादित दक्षिणी चीन सागर में संयुक्‍त रूप से तेल की तलाश भी कर रहे हैं.
  • भारत और वियतनाम, दोनों ही एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक व्‍यवहार को लेकर चिंतित हैं.
  • दोनों देश रक्षा समझौतों पर और आगे बढ़ने जा रहे हैं.
  • रक्षा मंत्री पर्रिकर ने वियतनाम में डिफेंस मैन्‍युफैक्‍चरिंग कैपसिटी बनाने में भी भागीदारी का आफर दिया है.
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मिले जनरल लिच ने कहा कि वह चाहते हैं कि दोनों देश बहुपक्षीय मंचों जैसे एडीएमएम-प्‍लस (आसियान के रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्‍लस) पर एक-दूसरे के करीब रहकर काम करें.
  • भारत और वियतनाम के रक्षा सचिव अगले वर्ष (2017) में मिलेंगे ताकि पीएम मोदी की वियतनाम यात्रा के दौरान रक्षापंक्ति के लिए दिए गए 500 मिलियन डॉलर के कर्ज के तहत मिलिट्री प्रोजेक्‍ट्स और उपकरणों की पहचान की जा सके.
भारत का निर्यात प्रस्ताव-
  • भारत ने अपनी सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस, वरुणास्‍त्र एंटी-सबमरीन टारपीडो और अन्‍य मिलिट्री हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर वियतनाम को निर्यात करने का भी प्रस्‍ताव रखा है.
  • अगले साल से वियतनामी पायलट्स भारत आना शुरू हो जाएंगे और उन्‍हें भारतीय एयरफोर्स के सुखाई विमानों की बेसिक और एडवांस्‍ड ट्रेनिंग दी जाएगी.
  • सितंबर में प्रधानमंत्री मोदी के वियतनाम दौरे पर भी इस समझौते को अंतिम रूप देने की तैयारी की गयी थी. तब दोनों देश 2007 में हुए द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को और आगे बढ़ाने पर सहमत हुए.

No comments:

Post a Comment

Adbox